समासोक्ति अलंकार : ‘परोक्तिभेदकैः श्लिष्टैः समासोक्तिः’ – श्लेषयुक्त विशेषणों के द्वारा दो अर्थों का संक्षेप होने से समासोक्ति अलंकार होता है। यह अलंकार, Hindi Grammar के Alankar के भेदों में से एक हैं। Today we share about समासोक्ति अलंकार के १० उदाहरण, समासोक्ति अलंकार के उदाहरण, अन्योक्ति व समासोक्ति अलंकार में अंतर, उत्प्रेक्षा अलंकार संस्कृत में, अनुप्रास अलंकार के उदाहरण संस्कृत में, अर्थान्तरन्यास अलंकार संस्कृत, व्याजस्तुति अलंकार उदाहरण संस्कृत, छेकानुप्रास अलंकार संस्कृत
समासोक्ति अलंकार के उदाहरण
No.-1. लब्ध्वा तव बाहुस्पर्श यस्याः सो कोऽप्युल्लासः ।
No.-2. जय लक्ष्मीस्तव विरहे न खलुज्ज्वला दुर्बला ननु सा ।।
No.-3. स्पष्टीकरण- यहाँ केवल ‘जय लक्ष्मी’ शब्द कान्ता का वाचक है। अर्थात् जय लक्ष्मी शब्द नायिका का बोधक है।